गोंडा में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम का गोंडा डिपो,जहां यात्रियों के लिए तैयार खड़ी है बसें
गोंडा। घाटे में चल रही रोडवेज की आय बढ़ाने के लिए गोंडा के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक की मेहनत रंग लाई है। हाल में प्रदेश भर में 34वें स्थान पर रही गोंडा डिपो की रैंकिंग अब छठवें स्थान पर पहुंच गई है। साल भर पहले 183 रुपये का घाटा लेकर चलने वाली डिपो की बसें अब 1208 रुपये का मुुनाफा कमा रही हैं।
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घाटे में चल रहे सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण होने की आशंका का असर अब दिखने लगा है। यही कारण है कि अधिकारी व कर्मचारी जी जान से घाटे से उबारने के लिए जुटे हुए है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम भी घाटे को गंभीरता से लेते हुए आय बढ़ाने में जुट गया है। इसी को लेकर इस बार की रैकिंग में गोंडा डिपो ने भी उम्मीदों से अधिक तरक्की है। हाल में प्रदेश मुख्यालय से जारी प्रदेश भर के डिपो की रैकिंग के आंकड़ों पर गौर करें तो डीजल खर्च को लेकर बदनाम रहे गोंडा डिपो ने काफी सुधार करते हुए डीजल एवरेज 5.28 से बढ़कर 5.33 पर पहुंचा दिया है।
इसमें गोंडा डिपो का प्रदेश भर की डिपो में 14वां स्थान है। वाहन यूटिलाइजेशन के आंकड़ों के मुताबिक गोंडा डिपो की बस एक दिन में औसतन 294 किलोमीटर चल पाती थी लेकिन अब 315 किलोमीटर प्रतिदिन का सफर तय कर रही है जिसके चलते उसे प्रदेश भर में 11वां स्थान मिला है। यही नहीं चालकों व परिचालकों की मेहनत से लोड फैक्टर मामले में गोंडा डिपो 12वें स्थान पर है। इसी तरह साल भर पहले औसतन एक बस से प्रति दिन 9031 रुपये की आय होती थी, वह बढ़कर 10149 पहुंच गई है।
आय बढ़ोत्तरी मामले में भी डिपो को 12वां स्थान दिया गया है। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक वीके वर्मा ने बताया कि प्रदेश भर के डिपो की आय, लोड फैक्टर, डीजल खर्च आदि को लेकर हाल में रैकिंग कराई गई जिसमें गोंडा ने ओवरआल बेहतर प्रदर्शन करते हुए प्रदेश के टॉप टेन में शामिल होते हुए छठवां स्थान हासिल किया है जबकि पिछली बार यह 34वें पायदान पर था।