रिपोर्ट:- हरि शरण शर्मा
पेन्शनर्स परिषद ने मनाया स्थापना दिवस, स्व. त्रिपुरारी सरन को किया याद
स्थापना दिवस में वरिष्ठ पेंशनर्स व मेद्यावी हुए सम्मानित
बदायूँ : 16 सितम्बर। पेन्शनर्स परिषद के जनक स्व0 त्रिपुरारी सरन जी का जन्मदिन एवं उ.प्र. राजकीय सिविल पेन्शनर्स परिषद लखनऊ, शाखा बदायूॅ का स्थापना दिवस शनिवार को भारत स्काउट एण्ड गाइड भवन के ऑडिटोरियम में मनाया गया, जिसकी अध्यक्षता संस्था के संरक्षक भीमसेन सागर के द्वारा की गई।
मुख्य अतिथि के रूप में जिलाधिकारी मनोज कुमार रहे।
उक्त कार्यक्रम में वरिष्ठ पेन्शनर्स जिनकी आयु 75 वर्ष से अधिक थी, को सम्मानित किया गया तथा हाईस्कूल एवं इंटरमीडिट के मेधावी छात्र/छात्राओं को भी सम्मानित किया गया। इसी के साथ स्काउट एण्ड गाइड के प्रान्तीय उपाध्यक्षक श्री महेश चन्द्र सक्सेना (एडवोकेट) को भी सम्मानित किया गया।
जिलाधिकारी द्वारा पेन्शनर्स परिषद को आश्वस्त किया गया कि उनकी किसी भी समस्या के समाधान के लिए वह तत्पर रहेगें एवं पेन्शनर्स परिषद की जीर्णक्षीण भवन के पुर्नउद्धार के लिए भी आश्वस्त किया। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि पेन्शनर्स की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिए 24 घंटे उपलब्ध रहेगे।
मुख्य कोषाधिकारी द्वारा पेन्शनर्स से संबंधी किसी भी समस्या के लिए व्यक्तिगत रूप से सहयोग करने को आश्वस्त किया गया। संस्था के संरक्षक एवं कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री भीमसेन सागर ने परिषद को मजबूद करने एवं पेन्शनर्स की समस्याओं के लिए सदैव संघर्ष करने की अपील की।
परिषद के सदस्य श्री डी.के. अग्रवाल ने अपने वक्तव्य में देश के शहीदों को नमन करते हुये देश के प्रति अपनी निष्ठा एवं कर्तव्य निभाने हेतु सभी का आवाह्न किया। वरिष्ठ कवि एवं समीक्षक महेश मित्र द्वारा संस्था के संस्थापक स्व.श्री त्रिपुरारी सरन जी को समर्पित अपने गीत के माध्यम से श्रृद्धांजलि अर्पित की। प्राथमिक शिक्षा संघ (महिला प्रकोष्ठ) की अध्यक्ष श्रीमती सीमा यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
संस्था के पदाधिकारी के रूप में संरक्षक भीमसेन सागर, प्यारे सिंह यादव ‘शिशु जी‘, सुरेश चन्द्र सक्सेना, महामंत्री सुजान सिंह राठौर, कोषाध्यक्ष श्री गुलाब सिंह राठौर, प्रताप सिंह, गयादीन मौर्य, श्यामचन्द्र गुप्ता, मोहन लाल यादव, राधे श्याम, हरिओम वर्मा, वरिष्ठ मंच संचालक रवीन्द्र मोहन सक्सेना उपस्थित रहें। कार्यक्रम का कुशल एवं सफल संचालन संयुक्त रूप से संतोष कुमार शर्मा एवं सुरेश चन्द्र सक्सेना ने किया, कार्यक्रम के अन्त में भीमसेन सागर ने सभी का आभार व्यक्त किया।