● हजारों श्रद्धालुओं ने टेका श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को माथा
●जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक सहित विभिन्न धर्मों के लोग हुए शामिलसचिन श्रीवास्तव
बहराइच । अलौकिक सजावट, फ़ूलों से सजा दरबार साहिब,आनंदमय कीर्तन, लंगर की सेवा करती संगत, महिलाएं, बच्चे प्रसाद की सेवा करते हुए दृश्य नगर के पीपल तिराहा स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा का मनमोहक रहा। सिखों के प्रथम गुरु और संस्थापक गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व बड़े प्यार व श्रद्धा से मनाया गया। गुरद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष मनदीप सिंह वालिया ने बताया कि गुरु नानक देव जी ने संदेश दिया है कि पूरी दुनिया एक नूर से उपजी है, इस जग कोई ऊंचा नीचा नहीं है, जात पात से ऊपर उठ कर मानवता को सर्वोपरि रखना चाहिए। गुरु नानक देव जी ने ही सच्चा सौदा कर लंगर प्रथा की शुरुआत की। गुरुपर्व के मौके पर सभी धर्मों के धर्म गुरूओं को आमंत्रित किया गया। जिससे समाज में एक नया संदेश प्रसारित हो सके। इस दौरान छोटी तकिया के मौलाना रूमी मिया,प्रबंधक आलम सरहदी,जैन समाज के अध्यक्ष अजय जैन,सिंधी समाज के अध्यक्ष रमेश तलरेजा, खत्री समाज अध्यक्ष सुमित खन्ना को सिरोपा भेंट किया गया। जिलाधिकारी दिनेश चंद्र एवं पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी ने गुरुघर में माथा टेका एवं संगत को गुरु पर्व की बधाई दी। सिख समाज की तरफ से जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, दैनिक जागरण ब्यूरो चीफ मुकेश पांडेय, अमर उजाला ब्यूरो चीफ अमित पांडे,पत्रकार सचिन श्रीवास्तव विभिन्न गुरुद्वारों से आए मुख्य सेवादारों बाबा अजीत सिंह,अमरजीत सिंह, ओंकार सिंह,लाल सिंह, गुरमुख सिंह,चरनजीत सिंह को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
दिल्ली से आए रागी जत्था भाई हरप्रीत सिंह, हजूरी रागी भाई कमल सिंह एवं कथा वाचक बीबी हरप्रीत कौर ने संगत को अपनी मधुर शबद कीर्तन वाणी से निहाल किया। हेडग्रंथी ज्ञानी विक्रम सिंह ने सरबत के भले की अरदास की,तदोपरांत गुरु का अटूट लंगर चला।
इस उपलक्ष में संरक्षक मनजीत सिंह शंपी, जगनंदन सिंह, महामंत्री भूपेंद्र सिंह वालिया, उपाध्यक्ष परमजीत सिंह,जगजीत सिंह,देवेंद्र सिंह बेदी,आत्मजीत सिंह, मीडिया प्रभारी परविंदर सिंह सम्मी, जसपाल सिंह, गुरप्रीत सिंह भाटिया, डा. बलमीत कौर,गुरमीत सिंह मिंटू, पवनप्रीत सिंह, नरेंद्र पाल सिंह सोढ़ी, देवेंद्र पाल सिंह, इंद्रपाल सिंह, राजेंद्र कौर, बलजीत कौर,चरनजीत कौर, इकबाल सिंह, हरमिंदर सिंह, गुरबख्श कौर ,गुरजीत कौर,रामेंद्र कौर,हरजीत कौर,हरजीत कौर समाजसेवी राकेश चन्द्र श्रीवास्तव,चंद्रशेखर आजाद शामिल हुए।