महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर लिया संकल्प।
बदायूँः 30 जनवरी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने हत्या कर दी थी। इस दिन को शहीदी दिवस के तौर पर याद किया जाता है। कल 30 जनवरी को महात्मा गांधी की 74वीं पुण्यतिथि थी। गांधी के विचारों ने हर किसी को प्रभावित किया है। उनके आदर्शों का हर कोई कायल है। ऐसे में उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर उनके विचारों को साझा करते हुए पूर्वान्ह 11 बजे कलेक्ट्रेट परिसर शहीद पार्क में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व संतोष कुमार वैश्य ने शहीद पार्क में अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ दो मिनट का मौन रख कर राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी।
रविवार को एडीएम ने कहा कि भारत की आजादी की लड़ाई का प्रमुख चेहरा महात्मा गांधी का था। महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था, लेकिन लोग उन्हें बापू के नाम से जानते हैं। सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर गांधी जी ने देश को आजादी दिलाई। वह निष्काम कर्मयोगी और सच्चे अर्थों में युग पुरुष थे। यही कारण है कि उन्हें ’महात्मा गांधी’ कहा जाने लगा। नरम दल हो या अंग्रेजों को खदेड़ने में विश्वास रखने वाले गरम दल के नेता हों, विचारों की भिन्नता के कारण भी सभी गांधी जी का सम्मान करते थे। स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस ने पहली बार गांधी जी को राष्ट्रपिता कह कर संबोधित किया था। उसके बाद गांधी जी देश के राष्ट्रपिता बन गए। देश को आजादी मिल गई लेकिन 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या कर दी। यह दिन पूरे भारत के लिए क्षति का दिन था। महात्मा गांधी की याद में आज के दिन को भारत ’शहीद दिवस’ के तौर पर मनाता है। इस अवसर पर जिला राजस्व अधिकारी प्रभुदयाल, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट प्रवर्धन शर्मा, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत मनोज कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
बदायूं से हरिशरण शर्मा