मौसम ने ली करवट,किसानों की फसलें हुई बर्बाद।
आशीष सिंह// सीएमडी न्यूज
बाराबंकी।। लगातार हो रही कई दिनों से बारिश ठंड के मौसम में बारिश और बदली का भी साथ बना है। कई दिनो से बादल छाए रहने के बाद गुरुवार दिन में शुरू हुई रिमझिम बारिश देर रात तक होती रही, शुक्रवार को भी गहरे बादल छाए रहे और बूंदाबांदी भी हुई पौष माह में बारिश से जहां ठंड बढ़ गई है वहीं अब बरसात होने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींचना तय है ।मौसम विभाग ने अभी बादल छाए रहने व बारिश होने का अनुमान बताया है रबी फसलों के मौसम में पौष माह की बारिश अच्छी मानी जाती है। बशर्ते औसतन बारिश के बाद मौसम खुल जाए ।इससे गेहूं और अन्य फसलों की फसल की टॉप ड्रेसिंग के दौरान सिंचाई की जरूरत नहीं पड़ती ,किसान इधर खुश थे कि कोहरा ना पढ़ने से सरसों की उपज अच्छी हो सकती है ,सरसों की में बाली आ रही है और अब कोहरा पड़ने से भी नुकसान होने के आसार कम हैं ।गुरुवार को निरंतर बारिश होने से किसान सहम गए हैं। कुछ किसानों का कहना है कि गेहूं सरसों के लिए पौष की वारिश अच्छी होती है साथ ही देर से बोया गया जो चना मटर व अलसी को भी इससे लाभ होगा। इसी तरह से सब्जियों को भी इस बारिश से लाभ होगा वही आलू के खेतों में पानी रुकने से समस्या आ सकती है ।ऐसे में दलहनी व तिलहनी फसलों में फसलें भी इतनी बारिश से खराब नहीं होगी। ये वारिस उन क्षेत्रों के लिए बहुत अच्छी है जहां सिंचाई के संसाधन अपेक्षाकृत कम है जैसे बुंदेलखंड का क्षेत्र ,अभी आसमान में बादली छाए रहने व बारिश होने से नुकसान हो सकता है। आसमान में जिस तरह से बदली छाई है इससे उन्हें यही चिंता सता रही है कि घाघ की कहावत, शुक्रवार की बादरी रही शनिश्चचर छाय , कह घाघ सुन भडडरी बिन बरसे ना जाए , सही साबित न हो ।