नानपारा बहराइच मार्ग पर गुलालपुरवा के निकट बने टोल प्लाजा पर लगभग लाख रुपये की आमदनी होती है नगर के लोगों को सरकार से निर्धारित की गई सुविधाएं नहीं मिलती,टोल प्लाजा पर जहां चिकित्ससीय सुविधाओं के नाम पर फस्टऐड बाक्स है कोई मेडिकल कर्मी नहीं है जो घायलों की चिकित्सीय सहायता कर सके । प्लाजा पर एम्बुलेंस का टोटा है । रास्ते पर कहीं भी ट्रामा सेंटर नहीं है कोई गम्भीर दुर्घटना होती है तो लखनऊ में व्यवस्था है।एक टोल से दूसरे टोल के बीच प्रति 10 किमी0 पर एम्बुलेंस ड्राइवर ओैर क्रेन (जे0सी0बी0 ) की व्यवस्था होनी चाहिएमात्र टोल प्लाजा पर एक जे0सी0बी0 है।फास्ट टैग लगने केबाद से जहां अन्य टोल पर हो रही उगाही कम हुई है वहीं गुलालपुरवा टोल पर टोल लगे पर लगे दलाल पैसा के लिए टोल मुक्त रास्ते से गाड़ियां पास करा देते है।और प्रतिदिन सरकार को लाखों का चूना लगाते है टोल के बगल फ्री मार्ग उबड़ खाबड़ बना है। जिससे वाहनों के निकलने म कठिनाई होती है टोल के एक साठड पर धूल मिट्टी और गड्ढा बना है । जिससे धूल उड़ने के साथ- साथ दुर्घटना भी हो सकती है टोल प्लाजा के जिम्मेदार इस पर ध्यान नहीं देते है मोटर साइकिल के निकलने के लिए मिट्टी गड्ढो के रास्ते हैं, तमाम वाहन स्वामियों का आरोप है कि टोल प्लाजा कर्मी कुछ पूछने पर दुव्र्यवहार करने लगते है। टोल मैनेजर तनवीर त्यागी ने बताया कि जो सुविधाएं नहीं मिल रहीं है उसके लिए प्रयास किया जा रहा है।
रिपोर्ट- विवेक कुमार श्रीवास्तव