बुधवार को भी खाली कुर्सी,राह देखती रही डॉक्टर प्रमोद यादव की।
सवाल उठता है – किसके सह पर तैनाती के बाद अस्पताल नहीं पहुंच रहे डॉक्टर। या किसी मोटी रसूख के साए में पल रहा है मनबढ़ डॉक्टर।जो सीएमओ के आदेश को भी नहीं मानता।
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खैरीघाट – बहराइच। प्रदेश में योगी सरकार की सख्ती के बावजूद सरकारी डाक्टरों पर इसका असर होता नहीं दिख रहा है। कई सरकारी डाक्टरों को न तो सीएम के आदेश की परवाह है और नही मरीजों के स्वास्थ की चिंता। इन्हे तो बस फिकर है तो अपने अपने निजी स्वार्थ की।ऐसा ही एक मामला उजागर हुआ है।विकास खंड शिवपुर क्षेत्र में।जहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इंटहा में तैनात डॉक्टर प्रमोद यादव के अस्पताल न आने से परेशान मरीजों ने मंगलवार को प्रदर्शन कर नारेबाजी की व चिकित्साधिकारी बहराइच को सूचना दी। सूचना मिलते ही चिकित्साधिकारी बहराइच ने डिप्टी सीएमओ डॉ राम नारायन वर्मा को निरीक्षण के लिए भेजा। डिप्टी सीएमओ के निरीक्षण में डॉक्टर प्रमोद यादव नदारद मिले थे। दरअसल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इंटहा में डॉ प्रमोद यादव की तैनाती है, एक वर्ष से अधिक तैनाती के बाद केंवल हफ्ते – दस दिन ही डॉक्टर अस्पताल पहुंचे,उसके बाद से डॉक्टर का अस्पताल पहुंचना संभव ही नहीं रहा। आये दिन पचास से अधिक मरीज़ों का अस्पताल पहुंचना होता है, लेकिन डॉक्टर के न मिलने पर मरीजों को घर वापस लौटना पडता है। मंगलवार को डिप्टी सीएमओ ने निरीक्षण कर आदेश दिया था,कि डॉ प्रमोद यादव बुधवार से अस्पताल में रहेंगे। लेकिन आदेश का कोई भी असर ब्लाॅक प्रभारी सहित डॉ प्रमोद यादव पर नहीं हुआ।बुधवार को भी डॉ की कुर्सी खाली रही मरीजों को वापस जाना पडा़।
सीएमओ डॉ राजेश मोहन श्रीवास्तव ने बताया कि डॉ प्रमोद यादव पर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
रिपोर्ट: विवेक कुमार श्रीवास्तव