मतदान का अधिकार जबरदस्त हथियार जंग हिंदुस्तानी
बहराइच, संरक्षित वन क्षेत्र कतर्नियाघाट के वनवासी सभागार गिरजा पुरी में सेवार्थ फाउंडेशन की ओर से “वनवासी मतदाता जागरूकता सम्मेलन ” आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सामाजिक कार्यकर्ता जंग हिंदुस्तानी ने की। बैठक में लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर समसामयिक चर्चा हुई । बैठक में वर्ष 2019 में चल रहे लोकसभा चुनाव के संदर्भ में समस्त राजनैतिक दलों और उनके घोषणा पत्रों पर समीक्षा हुई।
बैठक को संबोधित करते हुए जनता यूनियन के अध्यक्ष सूर्य देव ने कहा कि हमें मतदान के दिन पूरे धैर्य के साथ और आवश्यक प्रमाण के साथ मतदान करने जाना चाहिए और लाइन में लगकर मतदान करना चाहिए ।
वन अधिकार आंदोलन के महासचिव फरीद अंसारी ने कहा कि हम वन निवासियों की एकजुटता ही हमारी पहचान है। आंदोलन हो या चुनाव, हमें आपसी एकता को लगातार मजबूर कर के रखना होगा। आंदोलन के महासचिव समीउद्दीन खान सोनू ने कहा कि आजादी के 70 साल बाद भी हम वन वासियों को पक्का मकान, पक्का विद्यालय और पक्का शौचालय भी मुहैया नहीं है और वन निवासी देश की मुख्यधारा से बहुत दूर हैं ।
पूर्व अध्यक्ष केशव सिंह ने कहा कि इस चुनाव में हमें अपने वोट के माध्यम से उन लोगों को सबक सिखाना है जिन्होंने हमारे मुद्दे की अनदेखी की है और हमारे साथ वादाखिलाफी किया है।
वन अधिकार आंदोलन के प्रमुख नेता सरोज गुप्ता ने कहा कि हमें ना तो अखबारों में छपे बातों पर ध्यान देना चाहिए और ना ही टेलीविजन या सोशल मीडिया में चल रही बातों पर। हमें पूरी जागरुकता के साथ आगामी चुनाव में समझबूझ करके वोट करना चाहिए क्योंकि यह हम बन वासियों के भविष्य का सवाल है ।
सामाजिक कार्यकर्ता जंग हिंदुस्तानी ने कहा कि लोकतंत्र में मतदान का अधिकार जबरदस्त हथियार है और हम उन लोगों को इस हथियार से सबक सिखा सकते हैं जो लोग जनता के साथ खिलवाड़ करते हैं हमारी संसद ने हमें निर्वाचन में नोटा के प्रयोग का भी अधिकार दिया है यदि हम किसी प्रत्याशी को वोट नहीं देना चाहते हैं तो हम नोटा की बटन को भी दबाकर मतदान कर सकते हैं लेकिन हमें हर काम छोड़कर मतदान अवश्य करना चाहिए।
उपस्थित वन निवासियों ने कहा कि हमारे क्षेत्र में वनों पर निर्भर 17 ग्राम पंचायतों की साठ हजार से भी अधिक वोटर हर बार एकजुट होकर एकजुटता के साथ मतदान करते चले आए हैं और इस बार भी वन आश्रित समुदाय उन्हीं प्रत्याशियों के हक में वोट करेंगे जो हमारे वन अधिकार के मुद्दे में सहभागी रहे हैं या जिन्होंने हमारे मुद्दे को प्रमुखता दी है।
इस अवसर पर भवानीपुर, बिछिया, रामपुर रेतिया, संपत पुरवा, तुलसी पुरवा, बडखडिया, कुरकुरी कुआं, निषाद नगर टेडिया, ढकिया, दफादार गौढी सहित एक दर्जन वन ग्रामों के लोग मौजूद रहे।