बहराइच 22 जुलाई – महामना मालवीय मिशन बहराइच (अवध) की ओर से पौराणिक पांडव कालीन शिवालय बाग़ नानपारा में आयोजित पर्यावरण संरक्षण संकल्प गोष्ठी व वृक्षारोपण महाभियान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए परियोजना निदेशक (डी0आर0डी0ए0) अनिल कुमार सिंह ने कहा कि पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का रोपण मानव जीवन के लिए अति आवश्यक है बिना पेड़ो के जल, थल व नभ में जीव जंतु व मनुष्यों का जीवन असंभव है । आव्हान करते हुए परियोजना निदेशक ने कहा कि सभी लोगों को अपने जीवन काल में कम से कम पांच पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का रोपण कर उनको संरक्षित भी करना चाहिए ताकि पर्यावरण मानवानुकूल बना रह सके। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ एस0बी0 सिंह ने औषधीय पौधों की खेती की महत्ता पर ध्यान आकर्षण कराते हुए सहजन प्रजाति के वृक्षों को अपने आसपास के खाली जगहों पर लगाने का आव्हान किया । कार्यक्रम आयोजक मालवीय मिशन संयोजक संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट ने बताया कि जनपद के विद्यालय, महाविद्यालय, चिकित्सालय, मठ मंदिरों व सरयू नदी के खाली स्थानों पर पंचवटी प्रजाति के वृक्षों को लगाने का महाभियान चलाए जा रहा है । खंड विकास अधिकारी तेजवंत सिंह ने पेड़ो को जीवन के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि अत्यधिक संख्या में पेड़ों का रोपण कर जल जंगल जमीन व जलवायु को संरक्षित करना चाहिए । अधिशासी अभियंता विद्युत नानपारा ने कहा की समाज व राष्ट्र हित में बिजली बचाकर प्रकृति आधारित जीवन व्यतीत करें ताकि हमारा जीवन सुखमय हो सके । कार्यक्रम का संचालन समाजसेवी विवेक श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महंत शिवालय बाग ने कहा की पर्यावरण संरक्षण के लिए मठ मंदिरों व सभी धार्मिक स्थलों पर अधिकाधिक संख्या में पंचवटी प्रजाति के पेड़ों का रोपण और उनका संरक्षण धर्म हित में होगा । कार्यक्रम में प्रमुख रूप से महामंत्री सरदार गुरनाम सिंह आत्म प्रकाश श्रीवास्तव एडवोकेट समाजसेवी , दीपांशु श्रीवास्तव, पवन गुप्ता, प्रभात प्रकाश श्रीवास्तव, भूपेन्द्र सिंह दीपांशु वर्मा, इशान श्रीवास्तव सरदार मेजर सिंह , बृजेस चौधरी , विजय श्रीवास्तव शिल्पा शर्मा व राम सुखी वर्मा ग्राम प्रधान मेहरबान नगर सहित दर्जनों प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे । समापन अवसर शिवालय बाग़ मंदिर परिसर में पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का रोपण कर पर्यावरण व जल संरक्षण का सामूहिक संकल्प लिया गया तथा उपस्थित लोगों को वन औषधीय प्रजाति के वृक्षों का वितरण भी किया गया ।
विवेक कुमार श्रीवास्तव संपादक