रिपोर्ट – विवेक श्रीवास्तव
बहराइच (बलहा): विकास खंड बलहा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत शाहपुर खुर्द में भारी गड़बड़ियों और फर्जीवाड़े का मामला है । शाहपुर खुर्द में सरकारी स्कूल में कार्य हेतु धन खर्च हुआ है लेकिन अभी भी व्यवस्था सही नहीं है इसी तरह वित्तीय धन कई कार्यों के लिए खर्च हुआ किन्तु पूर्ण धन खर्च के अनुसार नहीं हुआ। इंटरलॉकिंग कार्यों सहित कई कार्यों में यदि निष्पक्ष जांच हो तो मानकविहीनता साफ हैं। ग्राम पंचायत शाहपुर खुर्द में मनरेगा कार्य स्थल की जो तस्वीरें पोर्टल पर अपलोड की गईं, उनमें एक ही स्थल फोटो को कई बार इस्तेमाल किया गया है और यह प्रक्रिया कई बार हुई है। 21 अप्रैल 2025 सहित कई दिनांकों में फोटो भी अपलोड हैं। सेकेंड फोटो भी अपलोड नहीं की जाती। अलग अलग मस्टररोल आईडी पर वही चेहरे दिख जाएंगे।
हैरानी की बात यह है कि जिन श्रमिकों की उपस्थिति दर्ज है, उनकी जगह कुछ और ही लोग यहां तक कि अलग चेहरे भी तस्वीरों में दिखाई दे रहे हैं। उपस्थित में महिलाओं के नाम दर्ज हैं, लेकिन तस्वीरों में कहीं कोई महिला नजर नहीं आ रही। साथ ही, एक भी फोटो में जियो टैग लोकेशन नहीं दिखाई गई, जिससे लोकेशन और समय दिनांक की पुष्टि नहीं हो पा रही है। उपस्थित श्रमिकों से नियमानुसार कार्य न होके फर्जी उपस्थिति, फोटोज़ में छेड़छाड़ और बिना निगरानी के कार्यों की पुष्टि यह सब खुलेआम ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड भी किया गया है।
साफ तौर पर सवाल उठा रहे है कि जब सारी प्रक्रिया पोर्टल पर सार्वजनिक रूप से दिख रही है, तो निगरानी करने वाले अधिकारी आखिर क्या कर रहे हैं? क्या ये सब उनकी जानकारी में नहीं, या फिर अनदेखा किया जा रहा है?
इस संबंध में खण्ड विकास अधिकारी बलहा से संपर्क करने का प्रयास किया गया किन्तु नहीं हो पाया। खंड विकास अधिकारी बलहा के दूरभाष नंबर 9454464807 पर 12 बजकर 01 मिनट पर दिन में संपर्क किया तो उनका फोन रिसीव नहीं हुआ।
मनरेगा जैसे महत्त्वपूर्ण योजना में इस तरह की लापरवाही और गड़बड़ी, न केवल सरकारी संसाधनों की बर्बादी है, बल्कि जरूरतमंद ग्रामीण श्रमिकों के अधिकारों का भी हनन है।