गोंडा। विकास खंड रुपयीडीह के ग्राम भैरमपुर में ग्राम प्रधान द्वारा फर्जी भुगतान का मामला सामने आया है। ग्रामीणों का आरोप है कि वर्षों पहले विधायक निधि से गांव में इंटरलॉकिंग का कार्य कराया गया था, लेकिन उसके बाद से अब तक कोई नया कार्य नहीं हुआ। बावजूद इसके, प्रधान द्वारा उसी पुराने इंटरलॉकिंग कार्य को दिखाकर करीब 20-22 लाख रुपये का भुगतान अपने खाते से निकाल लिया गया है।
गांव वालों का कहना है कि उन्होंने इस भ्रष्टाचार की शिकायत कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से की शिकायत के बाद जांच के आदेश दिए गए, लेकिन ग्रामीणों के अनुसार, जो भी अधिकारी जांच के लिए आता है, वह बिना उचित जांच किए प्रधान के घर जाकर मुलाकात करता है और प्रधान के बताए अनुसार ही रिपोर्ट तैयार कर लौट जाता है। अब जिलाधिकारी से निष्पक्ष जांच और कार्यवाही की मांग की हैं।
ग्रामीणों ने इस फर्जीवाड़े की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे इस मामले को माननीय मुख्यमंत्री तक ले जाने के लिए मजबूर होंगे। ग्रामीणों का कहना है कि यदि सही जांच कराई जाए तो इस भ्रष्टाचार का सच सामने आ सकता है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
(रिपोर्ट: शिवचरण रावत)