सूत्र- सचिन श्रीवास्तव
बहराइच। शहर के महिला महाविद्यालय में भारत स्काउट गाइड उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में रेंजर्स प्रशिक्षण शिविर का समापन समारोह आयोजित किया गया। यह शिविर रेंजर्स प्रभारी डॉ. रीमा शुक्ला के निर्देशन में संपन्न हुआ। समापन समारोह की शुरुआत स्काउट ध्वज फहराने और स्काउट झंडा गीत के साथ की गई।
पांच दिवसीय इस प्रशिक्षण शिविर में छात्राओं को स्काउटिंग का इतिहास, उद्देश्य, विभिन्न गांठों और बंधनों की जानकारी दी गई। इसके साथ ही उन्हें स्काउट तालियों का भी अभ्यास कराया गया। समापन अवसर पर रेंजर्स की टोलियों ने प्रशिक्षक कायमा इस्लाम और कल्लन इदरीसी के नेतृत्व में महाविद्यालय प्रांगण में शिविर लगाए, रंगोली बनाई और सीमित संसाधनों से भोजन तैयार किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत गीत-संगीत प्रस्तुत कर रेंजर्स ने समापन समारोह को उत्साहपूर्ण बनाया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. नीरज पांडेय ने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए प्रशिक्षण के महत्व को समझाया और रेंजर्स को शुभकामनाएं दीं।
रेंजर्स प्रभारी डॉ. रीमा शुक्ला ने कहा कि यह प्रशिक्षण केवल श्रम नहीं, बल्कि सामूहिकता और मानवता की भावना को विकसित करने का अवसर है, जो न केवल व्यक्तिगत विकास में बल्कि समाज और देश की उन्नति में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा—
“अब हवाएं ही करेंगी रोशनी का फैसला,
जिस दीए में जान होगी, रह जाएगा।”
मुख्य अतिथि डॉ. नीरज पांडेय ने अपने संबोधन में कहा कि यह समय महिलाओं के सशक्तिकरण का है और उनकी समाज के प्रति जिम्मेदारी बढ़ गई है। इस दौरान शिक्षकों ने प्राकृतिक वातावरण में रेंजर्स द्वारा तैयार किया भोजन ग्रहण किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं।
शिविर के अंतिम दिन रेंजर्स का दीक्षा समारोह भी संपन्न हुआ। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. प्रिया मुखर्जी ने इस सफल आयोजन के लिए डॉ. रीमा शुक्ला को बधाई देते हुए कहा कि छात्राएं समाज की रीढ़ हैं और उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहना चाहिए।
समारोह का समापन फ्लैग डाउन और राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार की सहभागिता उल्लेखनीय रही।