रिपोर्ट-अनुज जायसवाल
बहराइच कतर्नियाघाट रेंज अंतर्गत के वनक्षेत्रों का रूटीन गश्त के दौरान स्थानीय स्टाफ द्वारा घनी बेंत की झाड़ियों में एक वयस्क नर हाथी मृत अवस्था में पड़ा हुआ देखा गया, जिसकी सूचना क्षेत्रीय वन अधिकारी, कतर्नियाघाट द्वारा प्रभागीय वनाधिकारी, कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग, बहराइच को दूरभाष पर दी गई। प्राप्त सूचना के आधार पर प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा उच्च अधिकारियों घटना की सूचना देते हुए घटना स्थल के लिए प्रस्थान किया गया। घटना स्थल पर पहुंचकर षव एवं उसके आस-पास क्षेत्रों का सूक्ष्मता से निरीक्षण किया तथा उच्चाधिकारियों को वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया । राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण भारत सरकार द्वारा परिचालित मानक प्रचालन प्रक्रिया में निहित प्राविधानों के अनुसार नर हाथी का अन्त्य परीक्षण तीन डाक्टरों के गठित पैनल द्वारा घटना स्थल पर किया गया तत्पश्चात् विस्तृत परीक्षण हेतु हाथी के आन्तरिक अंगो का विसरा भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर बरेली भेजने हेतु सुरक्षित कर लिया गया है। अन्त्य परीक्षणोपरान्त नर हाथी के शव को उसके समस्त अंगो सहित अधिकारियों एवं साक्षियों की उपस्थिति में घटना स्थल पर ही गड्ढा खोदकर नमक व चूना डालकर शव को दफन कर दिया गया। घटना स्थल का डा0 एच0 राजा मोहन मुख्य वन संरक्षक एवं फील्ड डायरेक्टर दुधवा टाइगर रिजर्व लखीमपुर-खीरी द्वारा निरीक्षण किया गया तथा पोस्टमार्टम व शव निस्तारण की कार्यवाही पर घटना स्थल पर उपस्थित रहे। मुख्य वन संरक्षक एवं फील्ड डायरेक्टर दुधवा टाइगर रिजर्व लखीमपुर-खीरी द्वारा कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी सहित क्षेत्रीय वन अधिकारी रेंज कतर्नियाघाट को वनों एवं वन्य जीवों के सुरक्षार्थ दिवारात्रि गश्त किये जाने के साथ-साथ अन्य आवश्यक निर्देश दिये गये।