रिपोर्ट हरि शरण शर्मा
बदायूँ 11/02/2025 विकास खण्ड म्याऊ के मंशानगला में कुष्ठ उन्मूलन गोष्ठी का आयोजन किया गया । मनसा नगला में जूनियर स्कूल में पी एम डब्लू मोहम्मद जीशान ने समस्त छात्र एव स्टाफ को कुष्ठ रोग के विषय में विस्तार से जानकारी और उसके प्रति जागरुक किया गया कुष्ठ से संबंधित भ्रांतियों को दूर किया गया और कुष्ठ रोग छूने या साथ उठने बैठे से नहीं फेलता है और ना ही पूर्व जन्म का अभिशाप है। यह बैक्टीरिया जिसका नाम माइकोबैक्टीरियम लेप्रयी से होता है। कुष्ठ रोग के लक्षण त्वचा के दाग धब्बों में सुन्नपन खुजली का ना होना, पसीना ना आना, दाग धब्बों पर बाल गिर जाना ,जख्म ना भरना ,नाक बैठ जाना, चलते -चलते चप्पल का उतर जाना आदि। कुष्ठ रोग का औसातन संक्रमन 2 से 5 वर्ष होता है । जिंनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है उनको यह रोग जल्दी होने की संभावना अधिक होती हैl कुष्ठ रोग का मुख्य इलाज एमडीटी से संभव है । एमडी का कोर्स पूरा करने से व्यक्ति पूर्ण रूप से सही हो जा ता है । और दूसरे व्यक्ति में यह बीमारी नहीं फैलlतl है l समय पर इलाज करlने से व्यक्ति विकलांगता से बच जाता हैl
राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम का मुख्य उदेश्य यह है कि कुष्ठ से कोई भी व्यक्ति विकलांग ना हो और किसी भी बच्चे को कुष्ठ ना हो ।
इस अवसर पर पीएमडब्ल्यू मोहम्मद जीशान और राजू सिंह यादव ने विस्तार से जानकारी दी और शपथ दिलाई कि हम कुष्ठ रोगी से कोई भेदभाव नहीं करेंगे और अपने देश को कुष्ठ रोग मुक्त बनाएंगे। इस अवसर पर अध्यापक बन्दु व ग्राम के लोग भी मौजूद थे ,