रिपोर्ट – विवेक श्रीवास्तव
नानपारा (बहराइच) – जिले में मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से अनूठी पहल की जा रही है। इसी क्रम में नानपारा के सआदत इंटर कॉलेज की कक्षा 12 की छात्रा निशा शुक्ला को एक दिन का उपजिलाधिकारी बनने का अवसर प्रदान किया गया। इस पहल का उद्देश्य छात्राओं में आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता का विकास करना है, ताकि वे भविष्य में समाज की जिम्मेदार नागरिक बन सकें।
### प्रशासनिक अनुभव का अनूठा मौका
निशा शुक्ला, जो नरेन्द्र शुक्ला की पुत्री हैं, ने सुबह 11 बजे तहसील कार्यालय पहुंचकर उपजिलाधिकारी का कार्यभार संभाला। उपजिलाधिकारी की कुर्सी पर बैठकर निशा ने न केवल विभिन्न प्रशासनिक कार्यों को समझा, बल्कि फरियादियों की समस्याओं का भी समाधान करने का प्रयास किया। इस दौरान निशा ने अपनी नेतृत्व क्षमता और कार्यकुशलता का परिचय देते हुए सभी फरियादियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और उनके त्वरित समाधान के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने अधीनस्थ कर्मचारियों को समय पर कार्य पूर्ण करने और जवाबदेही का पालन करने की हिदायत भी दी।
### फरियादियों को मिला सकारात्मक संदेश
तहसील में पहुंचे फरियादी, जो अपनी समस्याओं के समाधान के लिए उम्मीद लेकर आए थे, निशा की गंभीरता और आत्मविश्वास को देखकर प्रभावित हुए। निशा ने पूरी संजीदगी के साथ उनकी बातों को सुना और संबंधित विभागों को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। इस प्रकार, निशा के इस कदम ने फरियादियों में प्रशासन के प्रति विश्वास को और मजबूत किया। लोगों ने भी प्रशासन की इस पहल की सराहना की, क्योंकि इससे आम जनता को यह संदेश मिला कि प्रशासन उनके प्रति संवेदनशील और जिम्मेदार है।
### अधिकारियों और कर्मचारियों का सहयोग
इस मौके पर उपजिलाधिकारी अश्वनी कुमार पाण्डेय, तहसीलदार अजय कुमार यादव और नायब तहसीलदार शैलेश वर्मा समेत कई अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। इन सभी ने निशा के साथ सहयोग करते हुए उन्हें प्रशासनिक कार्यों का अनुभव देने का प्रयास किया। वरिष्ठ अधिकारियों ने निशा को आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया और प्रशासनिक कार्यों के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी, जिससे उन्हें इस भूमिका की जटिलताओं को समझने में मदद मिली।
### मिशन शक्ति अभियान की महत्वपूर्ण पहल
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे मिशन शक्ति अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाना है। इस अभियान के तहत छात्राओं को एक दिन का अधिकारी बनाने की यह पहल उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने का एक सार्थक प्रयास है। इस प्रकार के आयोजनों से छात्राओं को जिम्मेदारी का अहसास होता है और वे अपने जीवन में महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए प्रेरित होती हैं।
### नेतृत्व क्षमता का विकास
इस अवसर पर उपस्थित अधिकारीगण और अन्य कर्मचारियों ने भी इस पहल की सराहना की। उनका कहना था कि इस प्रकार की गतिविधियों से छात्राओं में नेतृत्व क्षमता का विकास होता है और उनमें समाज के प्रति जिम्मेदारी का भाव आता है। कार्यक्रम के समापन पर निशा ने कहा कि यह अनुभव उनके लिए जीवनभर प्रेरणा का स्रोत रहेगा और वे भविष्य में भी इसी तरह से अपने समाज के लिए योगदान देना चाहेंगी।
### ग्रामीणों और समाज का उत्साह
इस कार्यक्रम को देखकर न केवल ग्रामीणों में बल्कि छात्राओं में भी उत्साह का माहौल बना। ऐसी पहल से समाज में एक सकारात्मक संदेश जाता है और अन्य छात्राएं भी प्रेरित होती हैं। ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इस प्रकार की गतिविधियां आगे भी जारी रहनी चाहिए, जिससे युवा पीढ़ी में आत्मनिर्भरता और सेवा भावना विकसित हो सके।