रिपोर्ट मुदस्सिर हुसैन CMD NEWS
शारदीय नवरात्र के तीसरे दिन शनिवार को मां चंद्र घंटा के दूसरे रुप माँ ब्रह्मचारिणी की गई पूजा-उपासना
माता के दरबार मे हाजरी लगाने पहुचे विनोद कुमार लोधी
05/10/2024 मवई अयोध्या – ब्लॉक मवई अंतर्गत ग्राम पूरे काज़ी में शारदीय नवरात्रि के तीसरे दिन मां भगवती के दूसरे रूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा उपासना की गई। दुर्गा मंडपों व मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली। दुर्गा सप्तशती के पाठ से वातावरण भक्तिमय हो गया है।मवई के पूरे काज़ी स्थित माँ दुर्गा जी के पंडाल परिसर में स्थित पूजा पंडाल की रौनक एवं मॉ के द्वितीय स्वरूप की आरती के लिए भक्तों की भीड उमडी,इस मौके पर समाजसेवी विनोद कुमार लोधी ने दरबार में दर्शन कर आरती की साथ ही पूजा पंडालो में मॉ की भक्ती में रमे दिखे विनोद कुमार लोधी ने कहा कि देवी ने भगवान शंकर को पति रूप में प्राप्त करने के लिए घोर तपस्या की थी। इस कठिन तपस्या के कारण इस देवी को तपश्चारिणी अर्थात् ब्रह्मचारिणी नाम से अभिहित किया गया। मां दुर्गा की नवशक्ति का दूसरा स्वरूप ब्रह्मचारिणी का है। यहां ब्रह्म का अर्थ तपस्या से है। मां दुर्गा का यह स्वरूप भक्तों और सिद्धों को अनंत फल देने वाला है। इनकी उपासना से तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार और संयम की वृद्धि होती है। ब्रह्मचारिणी का अर्थ तप की चारिणी यानी तप का आचरण करने वाली। देवी का यह रूप पूर्ण ज्योतिर्मय और अत्यंत भव्य है। इस देवी के दाएं हाथ में जप की माला है और बाएं हाथ में यह कमण्डल धारण किए हैं। मां ब्रह्मचारिणी देवी की कृपा से सर्वसिद्धि प्राप्त होती है। दुर्गा पूजा के दूसरे दिन देवी के इसी स्वरूप की पूजा की जाती है। इनकी उपासना से रोग, शोक और भय नष्ट हो जाते हैं। विनोद कुमार लोधी के साथ जिला जीत,ब्रजेश कुमार यादव,सुरेन्द्र कुमार यादव ,पंकज कुमार यादव,शुभ करन यादव,शिव कुमार,यादव,हिमांशू यादव के साथ समस्त ग्राम वासी मौजूद रहे।