रिपोर्ट विवेक श्रीवास्तव संपादक कार्यालय
नानपारा में महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर राढ़न टोला से बैंड-बाजों, ढोल-नगाड़ों सहित बरात निकाली गई और पूरे नानपारा शहर में विभिन्न मंदिरों से होते हुए नगर में निकली गयी। दूल्हा बने शिवजी को सुसज्जित पालकी में विराजित कर भक्तों ने कांधे पर लेकर पालकी निकाली। इस दौरान भक्तों में भगवान की पालकी को उठाने की होड़ मची रही।
मान्यता है कि बारात में शिवजी के परंपरागत गण, भूत, प्रेत, पिशाच, चुड़ैल और ओघड़दानी भी शामिल हुए। इस उपलक्ष में शिवालय बाग नानपारा मंदिर में लेजर शो कार्यक्रम एवं भस्म आरती की व्यवस्था की गई एवं भक्तों के लिए भंडारा प्रसाद की व्यवस्था की गई।शिवरात्रि पर चारों प्रहर पूजा भी हुई। भूदेवों के शंखनाद और वैदिक मंत्रों की मंगल ध्वनि के बीच इस उत्सव में गुरुवार को सैकड़ों भक्तों ने भगवान को उबटन एवं लेपन अबीर रंग भी लगाए। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर भगवान शिव और मां पार्वती के विवाह की सभी रस्में निर्वाह की गई।
शिव बारात निकलने वाले भक्तों ने बताया कि सैकड़ों भक्तों ने पहले भगवान शिव का श्रृंगार किया, फिर उन्हें सुसज्जित पालकी में बैठाकर नानपारा शहर में भ्रमण कराया गया। इस दौरान भक्तों में भोले की पालकी उठाने के लिए स्पर्धा मची रही। मंदिरों में भक्तों ने मंगलाचरण एवं वैदिक मंत्रोच्चार का सिलसिला बनाए रखा।