रिपोर्टर अवनीश कुमार मिश्रा सीएमडी न्यूज़
केवल कागज मे ही पकड़ा जा रहा है आवारा पशु
बस्ती जनपद के विक्रमजोत ब्लॉक अंतर्गत जितियापुर गांव मे आवारा पशु किसानों के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं. खड़ी फसलों को देखते ही देखते चट कर जाते हैं. आलम यह है की रात रात भर किसानों को खेतों की रखवाली करनी पड़ रही है, इस समय गेंहू और सरसों की फसल किसानों ने खेतों में लगाई है. किसानों द्वारा लगाई गई गेंहू की फसल तैयार हो चूके है. वही सरसों की फ़सल भी फूल दे चुके हैं. लेकिन आवारा पशु बड़े पैमाने पर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. सर्दी कोहरे के मौसम में किसान अपने खेतों में अलाव जला कर रात में फसलों की रखवाली को मजबूर हैं.
किसान नंदकिशोर तिवारी का कहना है की गेहूं की फसल को दर्जनों की संख्या में छुट्टा पशु खेतों में घुस कर फसलों को भारी नुकसान कर रहे हैं, किसानों का दर्द है की छुट्टा पशुओं की वजह से फसल बर्बाद हो रही है. जहां एक बीघा में 5 से 6 क्विंटल गेंहू होता था. उस खेत में 2 से 2.5 क्विंटलबीघा गेहूं की पैदावार होना मुश्किल है. किसानों की फसलों की लागत भी निकलनी मुश्किल हो जाएगी.
शिकायत के बाद भी नहीं मिली राहत किसान राम भरोसे ने बताया कि प्रदेश सरकार ने छुट्टा पशुओं के लिए कई योजना बनाई है. जगह जगह गौशाला बनाया गया है. लेकिन छुट्टा पशुओं से किसानों को निजात नहीं मिल रही. और सफाई कर्मी को भी गांव मे आजतक हम लोग किसी सफाई कर्मी को भी नही देखे और इस मामले मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत किया हूं जीतियापुर गांव निवासी राजेश तिवारी , विकाश तिवारी और नितेश तिवारी , दिनेश, विजय शंकर आज ग्रामीणों ने बताया कि भले ही सरकार साफ सफाई पर विशेष ध्यान दे रही है लेकिन हमारे गांव में कोई भी सफाई कर्मी भी नहीं तैनात है और हम लोगों को रात और दिन में खेतों के रखवाली करते परेशान पत्रकार ने जब खंड विकास अधिकारी विक्रमजोत ने बताया कि टीम बनाकर पकड़वाएगे लेकिन जमीनी स्तर पर छुट्टा जानवर किसान की फसल बर्बाद करने पर उतारू है