रिपोर्ट- मुदस्सिर हुसैन CMD NEWS
अयोध्या – ब्लॉक मवई अंतर्गत अनेक छोटे बड़े गांवों में झोला छाप डॉक्टरों की बाढ़ सी देखने को मिलती है। जिसके चलते यहां के मरीजों का शोषण व जान जोखिम में बनी रहती है। यह सब जानकर भी स्वास्थ्य विभाग व उच्च अधिकारी अंजान बने रहते हैं। अतः विभाग द्वारा कोई भी प्रभावी कदम नहीं उठाया जा रहा है। जिससे ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र के मवई,नेवरा, बघेडी,उमापुर,बाबा बाजार, होलू पुर,पटरंगा,आदि स्थानों पर झोलाछाप डॉक्टरों की किस्मत ही खुल गई हो। पल पल बदलते मौसम में व आ रही सर्दी में अनेक बीमारियों का शिकार हो रहे व्यक्ति झोलाछाप डॉक्टरों से ही इलाज कराने पर मजबूर है। झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा मरीजों के जेब से पैसा कमाने के चक्कर में उसे तुंरत गुलुकोज की बोतल चढ़ाना सब से पहला काम है। उन्हे यह भी नहीं पता कि कोन सी बीमारी है, क्या दवा देनी है,फिर भी इलाज शुरू हो जाता है, जानकारी न होने पर भी यह डॉक्टर मरीजों से सिर्फ पैसा कमाने में लगे रहते हैं। यही नही झोलाछाप डॉक्टरों को छोटे बड़े की दवा में भी फर्क नहीं रखते। जिससे कभी भी हालत मरीज की ओर भी बिगड़ जाती है। फिर भी स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारी झोलाछाप डॉक्टरों पर शिकंजा कसने में असफल नजर आते हैं। कुछ मरीजों से जब हमारे संवादाता ने पूछा तो उन्होंने बताया कि चाहे बुखार हो या कोई अन्य बीमारी डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाएं अधिक दामों में मिलती है,उन्हे आश्वासन भी दिया जाता है कि अब तुम्हारे पास बुखार आएगा ही नहीं,यह है झोलाछाप डॉक्टरों का उपचार,यह सब जानकर भी स्वास्थ्य विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठाता, अतः अधिकारियों द्वारा कोई कदम न उठाने से गरीब व्यक्ति झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराने पर मजबूर है। आलाधिकारियों द्वारा झोलाछाप डॉक्टरों को चेतावनी दी गई थी कि अप्रशिक्षित व बगैर पंजीकरण कोई डॉक्टर चिकित्सा न करे,यदि कोई भी चिकित्सक ऐसा पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। लेकिन इन झोलाछाप डॉक्टरों पर यह आदेश भी कोई असर नहीं डाल सका। अब देखना है कि क्या स्वास्थ्य विभाग कोई ठोस कदम उठाएगा,या यूंही झोलाछाप डॉक्टरों के सहारे जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ होता रहेगा। यही नहीं सीएचसी मवई के परिधि में करीब सैकड़ों झोलाछाप डॉक्टरों ने पैर पसार रखे हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की इनपर निगाह नहीं पड़ती।