रिपोर्ट राज कुमार पांडेय CMD न्यूज बस्ती
सड़क निर्माण में व्यापक धांधली का आरोपः भाजपा नेता मनोज ने किया जांच, कार्रवाई की मांग
बस्ती । रूधौली के पूर्व विधायक संजय प्रताप जायसवाल के प्रतिनिधि भारतीय जनता पार्टी नेता मनोज सिंह ने मुख्यमंत्री और लोक निर्माण मंत्री को पत्र भेजकर रूधौली विधानसभा क्षेत्र में सड़को के निर्माण में मनमानी, व्याप्त भ्रष्टाचार, एक ही सड़क के निर्माण पर दो बार भुगतान ले लिये जाने की जांच टीम गठित कर टीएसी से कराने और दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग किया है।
मुख्यमंत्री और लोक निर्माण मंत्री को भेजे पत्र में भाजपा नेता मनोज सिंह ने कहा है कि बस्ती जनपद के विधान सभा क्षेत्र 309 रुधौली में निर्माण खण्ड 1 में हुए सडक निर्माण में व्याप्त भ्रष्टाचार व फर्जी भुगतान का टीम गठित कर टीएसी जांच कराय जाय। निर्माण खण्ड 1 से नगर पंचायत भानपुर के अन्तर्गत में एक ही निर्माण कार्य में नाम बदल कर कई बार भुगतान लिया गया है और इसी क्षेत्र में सडक पर बिना कार्य करायें भी भुगतान फर्जी तरीके से विभाग व ठेकेदारों की मिली भगत से करा लिया गया है।
पत्र में कहा गया है कि एक ही सडक पर अलग अलग नाम बदल कर (1. पीबीबी 400 से पिच से उकडा से कडजहना 1700 मी0, 2. पीबीबी 400 से पिच से उकडा 600 मी0, 3. उकडा पिरैला से जोगिया 1400 मी0) 3 बार फर्जी भुगतान करा लिया गया है। पीबीबी शंकरपुर मार्ग से उकडा गांव तक निर्माण किया जाना था जिसमें द्वारा 100 मी0 कार्य कराया गया, जिसकी स्वीकृति लम्बाई 500 मी० था जिसमें इसी सडक पर 400 मीटर बिना निर्माण कार्य करायें फर्जी भुगतान करा दिया गया। पीबीबी से भानपुर मजरा मार्ग 500 मीटर कार्य स्वीकृति था जिसमें नगर पंचायत भानपुर द्वारा इंटर लाकिंग का कार्य कराया गया है। इसमें विभाग व ठेकेदार केडी कांस्ट्रक्सन द्वारा बिना कार्य करायें पूरी तरह से फर्जी भुगतान कर लिया गया है। भाजपा नेता ने भेजे पत्र में कहा है कि इन सडकों पर बस्ती जनपद में निर्माण खण्ड 1 द्वारा सरकार की छबि धूमिल हो रही है। वहीं सरकार जीरो टारलेंस पर बल दे रही है लेकिन निर्माण खण्ड 1 द्वारा सरकार की नितियों का पलीता लगाया जा रहा है। निर्माण खण्ड 1 के अधिशाषी अभियन्ता अवधेश कुमार यादव और इनके चहेते ठेकेदारों की मिली भगत जनपद निरंतर फर्जी भुगतान करा रहे है। ऐसी स्थिति में जनहित को देखते हुए इनके उपर टीएसी जांच टीम गठित कराकर विभागीय कार्यवाही करने के साथ ही भौतिक सत्यापन कराया जाय।