रिपोर्ट- विवेक श्रीवास्तव
बाबागंज बहराइच। एक ओर जहां सूबे की सरकार के आला अफसरों और हुकूमत में सत्ताधारी हुक्मरान भले ही प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने की कवायद में जुटे हो और प्रदेश से भ्रष्टाचार खत्म करने की पुरजोर वकालत करने का ढिंढोरा पीट रहे हों, वहीं उनके इस ढिढोरे की खुलेआम ग्राम विकास के कार्य पोल खोलते नजर आ रहे हैं। जी हां हम ऐसे ही भ्रष्टाचार से रूबरू करवाते हैं। विकास खंड नवाबगंज की ग्राम पंचायत जमुनहा बाबागंज का जहां पर शासन के द्वारा बाल विकास परियोजना कार्यालय बिल्डिंग का निर्माण करवाया जा रहा है। जो कि निर्माण दाई संस्था उत्तर प्रदेश निर्माण निगम के द्वारा किया जा रहा है। लेकिन सम्बंधित विभाग की तिकड़ी के चलते इसके निर्माण में मानक विहीन ईटों का प्रयोग करते हुए मौरंग की जगह डस्ट और बालू से चुनाई करवा कर सरकारी धन को निजी लाभ के लिए दुरुपयोग किया जा रहा है। निर्माण में जमकर धांधली करते हुए सरकारी धन का दुरुपयोग कर बंदरबांट किया जा रहा है। इस बाबत जब खंड विकास अधिकारी डा. राहुल पांडेय से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि मामले को दिखा लेते हैं। जबकि मानक विहीन हो रहे निर्माणा कार्य के सम्बंध में स्थानीय लोगों ने उच्चाधिकारियों से शिकायत भी कर रखी है, वहीं विभिन्न समाचार पत्रों में खबर भी प्रकाशन किया जा चुका है, लेकिन सक्षम अधिकारियों द्वारा संज्ञान नही लिया जा रहा है। इस सम्बंध में जब बाल विकास परियोजना अधिकारी नवाबगंज राम सूरत मौर्य से जरिये फोन वार्ता हुयी तो उनके द्वारा यह बताया गया कि उक्त बिल्डिंग का निर्माण मानक अनुरूप न होने व दोयम दर्जे की ईंटो के स्तेमाल किये जाने के प्रकरण में एक सप्ताह पूर्व पत्र उच्चाधिकारियों को लिखा गया है। अब देखने वाली बात यह होगी क्या जनपद की जिलाधिकारी महोदया ऐसे भ्रष्टाचारियों पर लगाम लगा सकेगी या ऐसे ही सरकारी धन का बंदरबांट होता रहेगा जो बात भविष्य के गर्भ में सवाल बनकर छिपी हुई है।