रिपोर्ट -आशीष सिंह
हे! भ्रष्टाचारी दानव! बच्चों के भविष्य को ही निगल लिया!
उच्च प्राथमिक विद्यालय उमरापुर तालुक चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट !
शौचालय में भरा कूड़ा, बच्चे बाहर शौच जाने को मजबूर!
बनीकोडर, बाराबंकी। स्वच्छ भारत मिशन को लेकर विद्यालय की दीवारों पर आपको स्लोगन लिखे जरूर मिल जायेंगे लेकिन असलियत में जमीनी हकीकत ही कुछ और है। पूरा मामला जनपद बाराबंकी के विकासखंड बनीकोडर के ग्राम पंचायत कंधई पुर स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय उमरापुर तालुक का है। जहां पर शौचालय के टूटे दरवाजे, उनके अंदर भरा कूड़ा – करकट व विद्यालय की गायब हो चुकी खिड़कियां और बेंच सहित दीवारों पर बुने मकड़ी के जाल यह बयां कर रहे है कि किस वातावरण में बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। विद्यालय में कायाकल्प के नाम पर जो टाइल्स लगाई गई उसमें कई टूट चुकी, मौके पर सफाई कर्मचारी नदारद मिले।विद्यालय में जल व्यवस्था के लिए लगा समर सेबल और नल खराब पड़ा हुआ है। विद्यालय में घटिया किस्म के पेंट के साथ – साथ घटिया निर्माण भी कराया गया जो कि स्पष्ट रूप से दिख जायेगा। विद्यालय में लगभग 110 विद्यार्थी अध्ययन के लिए पंजीकृत है लेकिन उपस्थिति सिर्फ 10 की रही। विद्यालय में संचालित विद्युत का प्रयोग वहां पर तैनात सहायक अध्यापिका आरती साहू अपनी स्कूटी चार्ज करने के लिए कमरे के अंदर खड़ा करके विद्युत का उपयोग स्वयं के लिए करती है। जिसके बिल का वहन करने के लिए शिक्षा विभाग बना हुआ है। जानकारी के अनुसार सफाई कर्मचारी राजकुमार आए दिन गायब ही रहते है जिससे विद्यालय में गंदगी बनी रहती है, विद्यालय के पीछे भी गंदगी का अंबार लगा हुआ है जिससे वहां के बच्चों को डेंगू और मलेरिया जैसी संक्रामक बिमारियों के होने की अत्यधिक आशंका है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक राम प्रकाश वर्मा के अनुसार उन्होंने शौचालय में दरवाजा लगवाया था लेकिन टूट गया। इस संबंध में डीएम बाराबंकी ने बताया कि बीएसए को सूचना दी जा रही जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी। हालाकि बीडीओ बनीकोडर ने भी सफाई कर्मचारी और अन्य व्यवस्थाओं का संज्ञान लेते हुए कार्यवाही करने की बात कही है। बीईओ बनीकोडर चंद्रशेखर यादव ने अध्यापिका के स्कूटी चार्ज करने को लेकर नाराजगी जताई और पूरे प्रकरण की जांच करने की बात कही। फिलहाल देखना अब यह कि भ्रष्टाचार और लापरवाह पर शासन और प्रशासन क्या कार्यवाही करेगा ? बच्चों के भविष्य को लेकर कहीं न कहीं खिलवाड़ हो रहा है! आखिर कब सुधरेगी सरकारी शिक्षा व्यवस्था ? क्या कार्यवाही होगी भ्रष्टाचारी दानवों के खिलाफ या उन्हें कागजों में सही साबित कर फाइल को बंद कर दिया जायेगा ?