बाल संरक्षण समस्त अधिकारियों की जिम्मेदारी: डा. देवेन्द्र
सुनील तिवारी सी एम डी न्यूज
गोंडा ।।उप्र राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डा. देवेन्द्र शर्मा (राज्यमंत्री स्तर) ने जनपद में किया निरीक्षण। इसके बाद उन्होंने सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की। उनका आगमन शुक्रवार को ही जनपद में हो गया था। रात्रि विश्राम के बाद शनिवार को उन्होंने निरीक्षण किया। अपने निरीक्षणों व बैठकों में डा. शर्मा ने कहा कि बाल संरक्षण किसी एक विभाग या अधिकारी का दायित्व नहीं है, वरन यह सभी अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वह भी बाल संरक्षण को लेकर सजग रहें। अध्यक्ष डा. शर्मा ने सर्वप्रथम जिला कारागार का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रेमचन्द यादव से कहा कि कारागार में महिलाओं के साथ रह रहे बच्चों के लिए वे अपने स्तर से झूले की व्यवस्था करायें। इसके बाद पोर्टरगंज स्थित बालगृह शिशु व विशेषज्ञ दत्तक ग्रहण का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान अधीक्षिकों को निर्देश दिये कि बच्चों की खान पान व स्वास्थ्य, शिक्षा के प्रति कोई लापरवाही न बरती जाय। आयोग के अध्यक्ष डा. देवेन्द्र शर्मा ने फोरविसगंज स्थित बालगृह बालिका व बालगृह बालक का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि संस्था में रहने वाले बच्चों को अपने बच्चों की तरह लाड और प्यार दें तथा उनके साथ भी अपने बच्चों की तरह से बर्ताव करें। इसके बाद उन्होंने जिला चिकित्सालय की स्थिति का जायजा लिया। यहां पर उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय में आने वाले समस्त मरीजों को बेहरत स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करायी जाय। साथ ही बच्चों के मामलों में चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी पूरे मनोयोग से उनकी समस्याओं को जाने, उसके बाद आवश्यक उपचार व दवाएं दी जायं। इसके बाद यहीं जिला चिकित्सालय परिसर में संचालित वन स्टाप सेंटर का भी निरीक्षण किया। यहां उपस्थित कर्मचारियों को निर्देशित किया कि जो भी महिलाएं व बालिकाएं यहां संरक्षित की जाती है, उन पर विशेष ध्यान दिया जाय। निरीक्षणों के इसी क्रम में अध्यक्ष ने प्राथमिक विद्यालय इटियाथोक प्रथम, आंगनबाड़ी केन्द्र इटियाथोक व कस्तूरबा इटियाथोक का भी निरीक्षण किया। आंगनबाड़ी केन्द्र पर उन्होंने अन्नप्रासन भी कराया। इस दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी, संरक्षण अधिकारी चन्द्रमोहन वर्मा व मनोज उपाध्याय मौजूद रहे।