मुदस्सिर हुसैन CMD NEWS
अयोध्या – हरे पेड़ पौधे प्राकृतिक सुन्दरता को बढ़ाने का काम करते हैं, और मानव जीवन के लिए अहम हिस्सा है। लेकिन सूखे पेड़ जान भी ले सकते हैं। मवई क्षेत्र के अंतर्गत सड़कों के किनारे सूख चुके पेड़ किसी के लिए भी मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। यहीं नहीं रास्ते पर चलने वाले राहगीरों के लिए जान जोखिम का सफर रहता है। लेकिन, इस ओर ना तो वन विभाग और न ही स्थानीय प्रशासन या निजी स्वामित्व रखने वालों का ध्यान है। क्षेत्र की मुख्य सड़कों, आसपास के गांवों में बस्ती के बीच और सड़कों के किनारे सूखे पड़े है। बरसात के दिनों में इन सूखे पेड़ों के गिरने का खतरा प्रबल हो जाता है। बावजूद इसके जिम्मेदार विभाग इन्हें कटवाने को लेकर संवेदनशील नहीं दिख रहे। लोगों की मानें तो मौसम के मिजाज के मुताबिक चलने वाली तेज हवाओं से ये पेड़ कभी भी धराशायी हो सकते हैं। आंधी चलने से इन सूखे पेड़ों के कारण कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। ये पेड़ कभी भी सड़क पर गिर सकते हैं, जिससे सड़क पर आने-जाने वाले राहगीरों को क्षति भी हो सकती है। उमापुर दुल्लापुर मार्ग पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में गाड़ियां गुजरती है। बाइक, साइकिल सवार और पैदल लोग भी। इस रास्ते पर कई जगह सूखे पेड़ लगे हुए हैं , यह पेड़ कभी भी तेज हवाओं के चलने के साथ सड़क पर गिर सकते है, जो पूरी तरह सूखकर सड़न का शिकार हो चुके है। यह पेड़ दुर्घटनाओं को दावत दे कर रहे है। इसकी लगभग सभी डालियां सड़कर आंधी की भेंट चढ़ चुकी है। संयोगवश ये डालियां किसी वाहन या पैदल राहगीर को अपना निशाना नहीं बना सकी। नही तो बड़ा जान माल का नुकसान उठाना पड़ता। लेकिन हर पल निकलने वाले राहगीरों का ध्यान इसी पर लगा रहता है,।