क्या जिला अधिकारी के आदेश हवा हवाई है, गौशलाओ में नहीं रहते पशु उपयोग किए बिना खर्ज किए जाते हैं लाखो रुपए।नहीं हो रहा उनके आदेशों का पालन।
सीएमडी न्यूज//रिपोर्ट,अरविंद अवस्थी (ब्यूरो चीफ)
सीतापुर// विकासखंड अधिकारियों ने और ग्राम प्रधान प्रतिनिधियों ने उनके आदेशों को ताक पर धरकर नजरअंदाज कर दिया क्या इन पर डीएम सीतापुर की नजर है या नहीं।
यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश के जनपद सीतापुर के विकास खंड सांडा सकरन का है जहां पर विकासखंड थाना सकरन क्षेत्र में काफी ग्रामीण क्षेत्रों में आश्रित सरकारी गौशालाए हैं सरकारी गौशालाओं के साथ-साथ ग्राम स्तर में हजारों की संख्या में विकासखंड सांडा सकरन के ग्राम पंचायतों में घरेलू पशु बाडा भी उपलब्ध कराए गए हैं जोकि कुछ घरेलू पशूवाड़ा कागजी कार्यवाही पर बने हुए हैं। अब कुछ जमीनी बने हुए हैं और बनने ना बनने से क्या फर्क पड़ता है कि जब उसमें कोई भी जानवर नहीं रह रहे हैं, सिर्फ सिर्फ उसमें जानकारी के अनुसार कंडा भूसा पैरा आदि आदि घरेलू उपयोग की सामग्री भरी हुई है जिन को देखते हुए कुछ दिन पूर्व आवारा पशुओं को अर्थात गोवंश को आश्रित अस्थाई गौशाला बनाकर रखने को कहा गया यह आदेश डीएम सीतापुर ने दे तो दिया पर उस पर किसी भी विकास खंड अधिकारी यह किसी भी प्रधान प्रतिनिधि या प्रधान पर नहीं दिखा कहीं-कहीं दिखा तो दिखावे के लिए स्थाई पशु बड़ा या अस्थाई गौशाला बनवाई गई जिनमें कुछ आवारा पशु गोवंश खदेड़ कर उसमें भर दिया गया और फोटो खींचकर विकासखंड अधिकारियों को अपडेट कर दिया गया विकासखंड अधिकारियों ने डीएम सीतापुर को क्या अपडेट कराया यह तो विकास खंड अधिकारी ही बता सकते हैं लेकिन डीएम सीतापुर के आदेशों का असर तो दिखा नहीं पर गोवंश पर दुगना अत्याचार बढ़ा हुआ है यह बहुत ही असहनीय बात है की उच्च अधिकारियों के आदेशों का पालन न करते हुए विकास खंड अधिकारी ग्राम पंचायत प्रधान सिक्योरिटी लेखपाल जितने भी नीचे बैठे हुए हैं उन्होंने डीएम से आपके आदेश की अवहेलना की है डीएम सीतापुर ने जिले भर में यह फरमान जारी किया कि सभी ग्राम पंचायतों के विकास खंड अधिकारी वीडियो एडीओ सेक्रेटरी ग्राम पंचायत व ग्रामीण वासी व क्षेत्र वासी सभी मिलकर बेसहारा गोवंश को स्थाई गौशाला बनाकर आवारा पशुओं को आश्रय देने का काम करें साथ ही साथ में यह भी कहा गया कि एक प्रधान कम से कम 10 बेसहारा गोवंश को आसित करने का काम करें जिस प्रधान या विकासखंड अधिकारियों ने ऐसा नहीं किया उस पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी साथ ही साथ यह भी कहा कि यह सब आवारा बेआश्रित गांव वर्षों की स्थाई गौशाला 10 जनवरी तक बनाकर सभी प्रधान व प्रधान प्रतिनिधि अपने ब्लॉक स्तर पर फोटो अपडेट कराएं और ब्लॉक स्तर पर बैठे अधिकारी सभी ग्राम पंचायतों की अपडेट हमें करें किसी भी ऑडियो वीडियो सेक्रेटरी की तरफ से ऐसा ना करने पर उस पर कानूनी कार्यवाही होगी शायद डीएम सीतापुर ने बहुत ही सराहनीय काम किया था फरमान जारी होते ही किसानों के चेहरे खिल उठे थे पर वही चेहरे अब पहले से ज्यादा मानसिक तनाव ग्रस्त हैं मानसिक तनाव का विशेष कारण यह है कि डीएम सीतापुर के फरमान तो जारी हुई है पर फरमान का असर तनिक भी नहीं दिखा विकासखंड अधिकारियों और प्रधान प्रतिनिधियों ने डीएम सीतापुर को क्या अवगत कराया है यह है तो वही लोग बता सकते हैं लेकिन यह जांच का विषय बना हुआ है कि इन बेसहारा गवन शो को आखिर कब न्याय मिलेगा अब इन बेसहारा गोवंश को न्याय दिलाने का काम डीएम सीतापुर के हाथों में है मेरी डीएम सीतापुर से यही अपील है कि इन बेसहारा गोवंश को न्याय दिलाने का बीड़ा आपने उठाया है इसे आप हर संभव पूरा करेंगे हमें आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि जनपद सीतापुर में डीएम के पद पर तैनात डीएम विशाल भरद्वाज ने आज तक अपने पद का अच्छे तरीके से निर्वहन करते आए हैं आगे भी करते रहेंगे और हमारे सभी किसान भाइयों और क्षेत्रवासियों को बेसहारा गांव अंशु को न्याय दिलाएंगे और अपने कहे हुए वाक्य अर्थात शब्दों एवं आदेश के ऊपर अमल करने के बाद दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों प्रधान प्रधान प्रतिनिधियों वीडियो ऑडियो सेक्रेटरी लेखपाल जितने भी इससे संबंधित अधिकारी हैं उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगे।