बाराबंकी।
बाराबंकी। जिले के नगर में पीड़िता न्याय के लिए भटक रही पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक आप बीती बताकर से न्याय की गुहार लगाई है।
कहते है कि मजलूमों की मदद के लिये ऊपर वाला किसी ना किसी रूप में फरिश्तो को भेज देता है ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहाँ एक हवस के पुजारी युवक की हवस का शिकार बनी आसाम निवासिनी मासूम रेशमा (काल्पनिक नाम) ने अपनी अम्मी के साथ जब सामाजिक कार्यकर्ता व नव भारतीय किसान संगठन, बाराबंकी के जिलाप्रभारी मोहम्मद जुनेद से न्याय की आश में मदद किये जाने की गुहार लगाई तो मोहम्मद जुनेद ने स्वयं पीड़ित युवती को उसकी माँ के साथ ले जाकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय बाराबंकी में पेश कर शिकायत दर्ज कराई। मामले की तफसील से जानकारी देते हुए आसाम निवासिनी
पीड़ित युवती की माँ हलीमा खातून ने बताया कि वह जिला सुल्तानपुर की निवासिनी है और कई वर्षों से आसाम में रहती है वही पर उन्होंने जमाल खान से अपनी बेटी का निकाह किया था। निकाह के बाद जमाल खान उनकी बेटी को बाराबंकी साथ मे ले आया। लेकिन जब वह बाराबंकी बेटी की खैरियत मालूम करने आयी तो उनके सामने जमाल खान का दूसरा चेहरा सामने आया। क्योंकि जमाल खान ने ना सिर्फ उनकी बेटी से निकाह किया था बल्कि उसने पहले भी कई औरतों से निकाह कर रखा था जिसके सबूत उन्होंने हासिल कर लिये है। जमाल खान की इस नीच हरकत से उन्हें गहरा मानसिक आघात पहुँचा। इस बात की जानकारी जमाल खान को हुई तो उसने मेरे साथ भी गलत काम किया और नाराज हो कर मेरी बेटी से मारपीट की और कहा कि अगर तुम लोगों ने मेरे खिलाफ मुँह खोला या कही शिकायत की तो तुम्हारे परिवार का नामोनिशान मिटा दूँगा। तुम चाहे कितना भी दौड़ लो मेरा कुछ नही बिगाड़ पाओगी क्योकि मेरी पहुँच काफी ऊपर तक है। जमाल खान की इस धमकी से मुझे व मेरे परिवार को जान का खतरा बन गया है जो कभी भी किसी अप्रिय घटना को अंजाम दे सकता है। मैं सिर्फ इतना चाहती हूँ कि जमाल खान को उसके किये की इतनी कड़ी सजा मिले की फिर कोई जमाल खान किसी भी औरत की इज्जत से खेलने से पहले सौ बार सोचे। वही सामाजिक कार्यकर्ता व नव भारतीय किसान संगठन के जिलाप्रभारी मोहम्मद जुनेद ने कहा कि जब तक पीड़ित युवती और उसकी माँ को इंसाफ नही मिल जाता तब तक वह और उनका संगठन चैन से नही बैठेंगे।