जूनियर इंजीनियर ने बातों को घुमाते हुए कहा की पानी भरने से गिरी है दीवाल लेकिन सच है कि कहि नही है जलभराव
आख़िर यह दिवाल लापरवाही की भेंट चढ़ी है या घोटाले की
एक वर्ष से भी कम टिकी दीवार
रिपोर्ट – सुनील तिवारी
गोंडा- खण्ड विकास पंडरी कृपाल के ग्राम सभा कंधरा तेजी में उत्तर प्रदेश जल निगम द्वारा पानी टंकी का निर्माण कराया जा रहा है लगभग एक वर्ष पहले जिसका बाउंडरी दिवाल का कार्य पूरा हो चुका था जो मात्र तेज हवा के चलने से गिर गयी दीवाल तेज हवा का झोंका भी नही सह सकी जिससे प्रतीत होता है कि दीवाल के निर्माण की शुरुआत से अंत तक भरस्टाचार हुआ है अगर भरस्टाचार नही तो ऐसी कमजोर दिवालो के निर्माण के जांच में कमियां क्यो नही पाई गयी थी, अच्छी बात तो यह रही की दीवाल गिरने के समय उसके पास कोई नही था, अब आप खुद ही अंदाजा लगा सकते है कि कितनी मजबूती से कार्य कराया गया है क्या कागजो में भी इतनी कमजोर दिवालो के निर्माण का जिक्र है इस संबंध में जब जूनियर इंजीनियर अनुज कुमार से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि बगल खेत में पानी भरा था जिसके वजह से बाउडरी गिर गयी जबकि लगभग दस दिन से पानी बारिश ही नहीं है और खेत मे पानी ही नही है तो जूनियर इंजीनियर साहब किस पानी की बात कर रहे हैं जूनियर इंजीनियर के द्वारा बिना तथ्य बयान साफ जाहिर करता है कि निर्माण कार्य में घोटाला हुआ है।